हमारी दुनिया और जिंदगी के सच को ढूंढने की बहुत कोशिश की है आज तक हमारे पास कई सारे ऐसे प्रश्न है जिनके बस सिर्फ सामने आने पर ही बड़े-बड़े ज्ञानियों की भी बोलती बंद हो जाती है लेकिन 10 सितंबर 1912 को एक पॉलिश एंटीक का डीलर बॉय इमेज के हाथ एक ऐसी चीज या तो दुनिया के कई सारे रहस्य खोलने वाली थी या फिर खुद ही एक बहुत बड़ा रहस्य बनने वाली थी यह किताब मैं कुछ ऐसे मिस्टीरियस चीज बताए गए थे जो इशारा कर रहे थे कि यह दुनिया के बड़े-बड़े सवालों के जवाब दे सकते हैं इसमें हमारी दुनिया के मुख्य चीज जैसे जिंदगी कहो और नक्षत्र मेडिकल साइंस और अल्केमी या ने दवाइयां बनाने के विज्ञान के बारे में जानकारी दिखाई दे रही थी पर यह जानकारी किसी विचित्र भाषा के कोट के रूप में थी हमारे लिए ऐसे प्राचीन चीजों मेंविचित्र भाषाओं का मिलन कोई नई बात नहीं थी क्रिप्टोग्राफर यह काम अक्सर करते हैं जहां यह पुराने कल के पाए गए वस्तुओं में लिखी गई भाषा और कोट को समझने की कोशिश करते हैं एवं देश के बीच चैन में भी क्रिप्टो ग्राफर गुप्त कोर्ट्स में लिखे गए मैसेज को डिकोड करने की कोशिश करते हैं यह किताब पर नजर डालने पर यह काफी ग्राफिक दिखाई दे रही थी सुंदर और ब्राइट तस्वीरों के साथ पर एक जींस की इसमें एक ऐसी तरह की लिपि में लिखा गया था जो अनदेखी और काफी विचित्र थी अजीबोगरीब चिन्ह और सिंबल्स जिन्हें समझने में विएनाइच ने अपनी पूरी जिंदगी लगा दी और फिर भी वो उसका एक अक्षर समझ नहीं पाए उनके मरने के बाद यह किताब को यह यूनिवर्सिटी के रेयर बुक्स लाइब्रेरी के एक खुफिया तहखाना में जमा कर दिया गया |
वहां कहीं एक्सपर्ट्स ने फिर कोशिश की इसके रहस्य को बेनकाब करने की पर 10 लाख से भी ज्यादा ग्राफिक डिटेल्स और170000 से भी ज्यादा कैरेक्टर्स से भरे हुए यह किताबऑन की तस्वीर थी जोडियक चार्ट थे और जो भी तस्वीर थे वह प्राकृतिक आरोन से बहुत ही मेल खाते थे इनमें से कुछ तस्वीरें ऑप्टिकल इल्यूजंस का भी काम करते थे जैसे ही इन्हें गति दे दिया जाए यह एक मूविंग फिल्म की तरह बन जाते कुछ और तस्वीरें भी थी जिसमें महिलाएं किसी खास किस्म के लिक्विड में नहा रही है जिसे शायद उन्हें प्राकृतिक और सनातन सुंदरता मिले इसके अलावा कुछ दूसरे तस्वीरों में जड़ी बूटियां कैसे काटी जाए इसके बारे में डिस्क्रिप्शन दिए थे अब यह सब कुछ देखकर किसी भी आम इंसान को देख कर लगेगा कि ये किसी प्रकार की साइंस बुक थी तो क्या इसका कुछ गुप्त किस्म के मेडिकल आविष्कार दुनिया से छुपाना चाहता था लेकिन सबसे बड़ी बात इसका लेखक कौन था यह प्रश्न का जवाब बॉय इमेज खुद भी ढूंढना चाहता था और एक दिन उसने किताब की तहकीकात करते वक्त अल्ट्रावायलेट रेस से कुछलिखा हुआ देखा यह आम आंखों से नहीं दिखाई दे रही थी किताब के पहले पन्ने में लिखा हुआ पाया गया याकूबस्नैपिस |
17th सदी के चेक गणराज्य के राजा किंग रुरल थे सेकंड का पर्सनल डॉक्टर था उसे समय दवाइयां का विज्ञान विकसित हो रहा था जिसे कहा जाता था अल्केमी यह बहुत ही गुप्त विषय था और इसमें किए गए खोज को अक्सर दुनिया से छुपा कर रखा जाता था तो क्या आखिर याकूबस्नैपिस ही इस किताब का ऑथर था पहले खोजकर्ताओं को ऐसा बिल्कुल नहीं लगा क्योंकि 17th सेंचुरी तक हमारे पास पेड़ पौधों की एनाटॉमी के डीटेल्ड एक्सप्लैनेशंस आ गए थे और यह सारी तस्वीरें जो इस किताब में थी वह बहुत पुरानी लग रही थी और इससे यह बात साफ हो गई कि शायद याकूबेसेनेबिस इस किताब का ऑथर है लेकिन यह किताब उसने अपने पास जरूर रखी थी एक और इंट्रस्टिंग चीज इस किताब से पाई गई थी और वह था 1665 में लिखा हुआएक खटपहियां वैज्ञानिक जोहन्नेश मार्क्स मार्कशीट द्वारा भाषण का ज्ञान था और इसीलिए उन्हें यह किताब को ट्रांसलेट करने के लिए कहा गया था उसे खत में इस किताब के लेखक को बताया गया था राजा बेकन रोकर बेकन 13वीं सदी इंग्लैंड के एक क्लर्जीमैन थे यानी वह चर्च से वास्ता रखते थे लेकिन वह खुद विज्ञान की तरफ आकर्षित है माना गया है कि उनके इतिहास उसे जमाने के वैज्ञानिकों से भी बहुत आगे थे इसी वजह से चर्च ने उन्हें कई बार जेल में भी कैद किया था उनका विरोध करने के लिए उन्होंने रेनबो कैसे बनते हैं और लाइट कैसे रिफ्लेक्ट और अब्जॉर्ब होती है इसकी थिअरीज लिखी थी और यहां तक माइक्रोस्कोप भी बन चुके थे यह शायद को इत्तेफाक नहीं की मनुस्क्रिप्ट में भी कई सारे पिक्चर्स माइक्रोस्कोप से देखने पर उनकी बारीकियां दिखाई देती है और इसी वजह से मैं भी उन्होंनेएक ऐसी लिपि में अपने खोजने को कैद कर दिया कि चर्च को कभी भी पता ना चल सके एक साइंटिस्ट रिछेडीटी सांताक्रुज पर काफी रिसर्च की और उनका मानना है कि जिस टाइप के माइक्रोस्कोप के उपयोग से यह किया जा सकता था वह तो 17वीं सदी में बना था तो कोई सवाल ही नहीं है कि इसमें कोई माइक्रोस्कोप का उपयोग किया गया है उन्हें बल्कि इसकी तहकीकात करते वक्त यह लगा कि यह एक फेंटेसी किस्म की किताब है जो शायद हो सकता है किसी गलत मकसद से भी बनाई गई हो और वह है पैसा कमाने के लिए इन शॉर्ट वह कहना चाहते थे कि हो सकता है बाय इमेज एक फ्रॉड था जिसने पैसों के लिए दुनिया की सबसे रहस्य में किताब बने जिस तरह से यह 200 पन्नों के किताब के एक-एक शब्द इतने परफेक्टली बिना किसी मिस्टेक के लिखे गए थे यह बात का पता लगाया जा सकता था किताब के पंखों की उम्र और पिक्चरों की लिंक क्वालिटी पर रिसर्च करके किताब के पन्ने जानवरों के चमड़े के बने थे और लिंक में उसे किए गए रंग बिल्कुल पुराने सादियों को पता चला कि इस किताब को 15वीं सदी में लिखा गया था पर सवाल फिर भी वही था कि कहां और किसके द्वारा किताब की गहराई में तहकीकात करते वक्त सिर्फ एक ही चीज को पहले कहीं देखा गया था और वह था यह वह था यह कैसल कैसल के दीवारों के ऊपरी हिस्सों का डिजाइन के आकार का था ऐसी किस्म के कास्टलेस यूरोप में बाद में बहुत बड़ा हो गए बट सबसे पहले यह देखा गया था नॉर्दर्न इटली में रेनेसां पीरियड में लगभग 1420 में यह किताब का लिखा जाना और इसमें एक पार्टिकुलर किस्म के कास्टलेस का देख पाना शायद यह रहस्य की सबसे बड़ी कड़ी थी अब हमें आगे एक डायरेक्शन मिल गया है और उसका लेखक जरूर होगा विज्ञान के एक किताब का यह रहस्य अब तक अनसुलझा है|
We have tried a lot to find the truth of our world and life, till today we have many such questions which even the most knowledgeable people stop speaking just by being revealed, but on September 10, 1912, a dealer of polished antiques. In the hands of Boy Image, such a thing was either going to reveal many secrets of the world or was going to become a big mystery itself. In this book, some such mysterious things were mentioned which were indicating that this was going to be a big secret of the world. Can answer questions. In this, information about the main things of our world like Zindagi Kaho and Nakshatra, medical science and alchemy or the science of making medicines was visible, but this information was in the form of quotes in some strange language. Mixing strange languages in ancient things was not a new thing. Cryptographers often do this work where they try to understand the language and quotes written in the found objects of the past and even in peace in the middle of the country, cryptographers write in secret courts. Let’s try to decode the message sent. Looking at the book, it looked quite graphic, with beautiful and bright pictures, but on one of the jeans, it was written in a kind of script that was unseen and quite strange. Strange symbols. And the symbols which Wienich spent his entire life trying to understand and yet he could not understand even a single letter of them. After his death, this book was deposited in a secret basement of the Rare Books Library of the University.
Somewhere there experts again tried to expose its mystery but it was a picture of Kitabon, filled with more than 10 lakh graphic details and more than 170000 characters, there were zodiac charts and all the pictures were very similar to the natural Aaron. Some of these pictures also worked as optical illusions, as soon as they were accelerated, they would become like a moving film. There were also some other pictures in which women were bathing in a special kind of liquid, which perhaps gave them natural and eternal beauty. Apart from this, in some other pictures, descriptions were given about how to cut herbs. Now after seeing all this, any common man would think that this was some kind of science book, so could it contain some secret type of medical inventions from the world? Wanted to hide it but most importantly, Boy Image himself wanted to find the answer to the question of who was its author and one day while investigating the book he saw something written with ultraviolet race, it was not visible with normal eyes on the first pages of the book. Found written in Jacobsnapis.
The King of the Czech Republic in the 17th century was rural. He was the personal doctor of the second. At that time, the science of medicines was developing which was called Alchemy. It was a very secret subject and the discoveries made in it were often kept hidden from the world. Was Jacobsnapis the author of this book? The first researchers did not think so because by the 17th century we had detailed explanations of the anatomy of plants and trees and all the pictures in this book looked very old and this It became clear that perhaps Jacobsenebis was the author of this book but he had definitely kept this book with himself. Another interesting thing was found from this book and that was a quatrain written in 1665 by the scientist Johannes Marx. Marksheet had knowledge of speech and that is why He was asked to translate this book. In the letter, he was told that the author of this book was King Bacon. Roker Bacon was a cleric of 13th century England, that is, he belonged to the church but he himself was considered to be attracted towards science. It is said that his history was far ahead of the scientists of his time, that is why the Church imprisoned him several times. To oppose them, he wrote theories about how rainbows are formed and how light is reflected and absorbed. Even microscopes had been made. It is probably not a coincidence that even in the manuscripts, many of the pictures are visible in detail when viewed through a microscope and that is why I too captured his findings in such a script that the Church would never know. A scientist did a lot of research on Richredity Santa Cruz and he believes that the type of microscope with which this could have been done was made in the 17th century, so there is no question that a microscope was used in this. Rather, while investigating it, he realized that it is a fantasy type of book, which may have been made for some wrong purpose and that is to earn money. In short, he wanted to say that maybe By Image is a fraud. Who made the world’s most secret book for money, the way each and every word of this 200 page book was written so perfectly without any mistake, it could be ascertained by the age of the book’s wings and pictures. After researching the quality of the book, the pages of the book were made of animal leather and the colors used in the book were completely old and the Saadis came to know that this book was written in the 15th century, but the question was still the same, where and by whom was the book printed? While digging deeper, only one thing had been seen anywhere before and that was this It was the shape of the design of the upper parts of the walls of the castle. Such castles later became very big in Europe but were the first. It was observed that this book was written around 1420 in the Renaissance period in Northern Italy and the discovery of a particular type of castellate in it was perhaps the biggest link to the mystery. Now we have found a direction ahead and its author must be science. This mystery of a book is still unsolved.